Verified Review By Cancer Warrior
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What warriors say about our sansthan
Verified Review By Cancer Warrior

मैं मांगीलाल सुजानगढ़ का रहने वाला हू ।मुझे गले में कैंसर था। कई सारे हॉस्पिटल में मैं गया अपने इलाज के लिए लेकिन सभी ने ऑपरेशन की ही सलाह दी और उसके बाद रेडिएशन के लिए कहा लेकिन ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान से मैंने दवाइयां खाई और आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं मुझे अब कैंसर भी नहीं है मेरी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी और बिना ऑपरेशन के मैं आज संस्थान की वजह से बिल्कुल ठीक हूं
Mangilal Ji

मैं देवी गोस्वामी नारलाई पाली राजस्थान से हूं मुझे पेट के निचले भाग में बहुत दर्द था और पीरियड में ब्लीडिंग भी बहुत ज्यादा होती थी रिपोर्ट में आया था कि मेरी बच्चेदानी में गांठे है इसका मुझे ऑपरेशन करवाना ही पड़ेगा पर मैं ऑपरेशन नहीं करवाना चाहती थी और मुझे ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान की जानकारी मेरे एक मित्र ने दी और वहां से मैंने सिर्फ 3 महीने अपना इलाज करवाया पहले ही महीने में दर्द में भी आराम हो गया और पीरियड वाली समस्या भी ठीक हो गई और 3 महीने बाद में पूरी तरह से मैं ठीक हो चुकी हूं अपने घर का भी सभी काम कर लेती हूं और पीरियड में भी दर्द नहीं होता है
Devi Ji

मैं राजवती दिल्ली में रहती हूं मुझे सार्कोमा कैंसर था जिसके लिए मुझे कीमोथेरेपी लेने के लिए कहा था और यह भी बोला था कि इसके अलावा कोई इलाज नहीं है अगर समय पर कीमोथेरेपी नहीं लिया तो दिक्कतें बढ़ेगी पर मैं कीमोथेरेपी नहीं लेना चाहती थी फिर मैं ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान से दवाइयां लेकर आई और मात्र 6 महीने में आज मैं पूरी तरह से ठीक हूं स्वस्थ हूं और मुझे कोई परेशानी भी नहीं है
Rajvati Ji

मैं अनिल, महाराष्ट्र से मै नॉन-हॉजकिन्स लिंफोमा से पीड़ित था। कीमो और रेडियो जैसी कठिन उपचार प्रक्रियाओं से गुज़रने के बाद आज मेरी रिपोर्ट पूरी तरह नेगेटिव आई है। अब मैं स्वस्थ हूँ और नया जीवन महसूस कर रहा हूँ।”, जिस हॉस्पिटल में मेरी कीमोथेरेपी हुई थी, उस अस्पताल में मैं PET/CT Scan करवा कर देखा आज मेरी PET/CT Scan का टेस्ट पूर्ण रूप से नेगेटिव है! सभी रिपोर्ट नेगेटिव हो गई
Anil ji

मैं भिकम शिव राम , मुझे लिवर कैंसर था, कीमो रेडियोथैरेपी करवाने के बाद, कैंसर पूरे शरीर में स्प्रेड हो चुका था, मेरी स्थिति काफी नाजुक थी, आखिर में डॉक्टर ने भी मना कर दिया, लेकिन गुरु जी, ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान के बारे में जानकारी मिली, मैं वहां से पूर्ण रूप से, 6 महीने तक इलाज लिया, आज मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं!
Bhikam Shivram Ji

निमिषा,मै दिल्ली से हु मुझे ब्रेस्ट कैंसर था, डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए बोला था, लेकिन मुझे ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान के बारे मै पत्ता चला, वहां से मैंने पूर्ण परहेज के साथ, औषधीय का सेवन किया, मेरी सभी रिपोर्ट नेगेटिव है, आज मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं
Nimisha Ji

मै नीतू ब्यावर अजमेर से मुझे ब्रेस्ट कैंसर था, काफी दर्द था, डॉक्टर ने बायोप्सी, और सर्जरी के लिए बताया था,, लेकिन मैं आश्रम आई, गुरुजी से परामर्श लेकर, गव्य औषधीय का सेवन किया, आज पूर्ण रूप से स्वस्थ हूं, गौ माता, और गुरु जी के असीम कृपा सदैव बनी रहे
Neetu ji

मेरा नाम वेद प्रकाश है, मैं दिल्ली-नोएडा का रहने वाला हूँ। मुझे थायरॉइड कैंसर की बीमारी थी। कई तरह के इलाज करवाए, लेकिन संतोषजनक परिणाम नहीं मिले। फिर मैं ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान के आश्रम में आया। यहाँ पंचगव्य आधारित उपचार, गौ सेवा और आयुर्वेदिक चिकित्सा से मैंने इलाज लिया। आज मेरी रिपोर्ट्स पूरी तरह से नेगेटिव आ चुकी हैं और मैं स्वस्थ हूँ। इस सेवा और साधना के लिए मैं हृदय से आभारी हूँ
Ved Prakash Ji

मैं, आसीमा रानी, ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थी। कई तरह के इलाज करवाने के बाद भी मन में डर और चिंता बनी हुई थी।
लेकिन जब मैंने ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान से जुड़कर यहाँ की प्राकृतिक औषधियों और सेवाओं का सेवन शुरू किया, तो मेरे स्वास्थ्य में आश्चर्यजनक सुधार हुआ।
आज मैं पहले से कहीं बेहतर महसूस कर रही हूँ 🙏
मेरी रिपोर्ट्स में भी अच्छे परिणाम आए हैं और जीवन के प्रति एक नई उम्मीद मिली है।
Asima Rani Ji

मेरा नाम राम रतन (उत्तर प्रदेश) है। मुझे मुंह का कैंसर था। डॉक्टरों ने मेरा ऑपरेशन किया, लेकिन कुछ समय बाद कैंसर फिर से लौट आया। उस समय मैंने ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान से मेडिसिन लेना शुरू किया। नियमित रूप से दवाओं और उपचार को अपनाने के बाद आज मैं पूर्ण रूप से स्वस्थ हूँ।
मैं संस्थान और उनकी आयुर्वेदिक चिकित्सा का हृदय से आभार प्रकट करता हूँ।
Ramratan Ji

अद्भुत अनुभव – प्रियंशु की माँ के शब्दों में
“मेरा बेटा प्रियंशु सिर्फ़ 10 साल का है और उसे ब्रेन कैंसर था। राजीव गांधी अस्पताल, दिल्ली में डॉक्टरों ने साफ कह दिया था कि अब इसके पास एक महीना से ज़्यादा का समय नहीं है। ये सुनकर तो जैसे हमरी दुनिया उजड़ गई। फिर हम ‘ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान’ पहुँचे। वहाँ गुरुजी ने हमको दिलासा दिया – ‘निश्चिंत रहिए, सब अच्छा होगा।’ उनके ये शब्द सुनकर मन में नई उम्मीद जग गई। गौ माता की कृपा और गुरुजी की सेवा से आज हमरा बेटा पूरी तरह से स्वस्थ है। सच कहें तो ई सब हमरे लिए चमत्कार से कम नहीं। हम त जीवन भर आभारी रहब कि संस्थान से हमें नया जीवन मिला।
Priyanshu

जिथे आस छूट गी, ओथै जिंदगी फेर मिल गी”
“म्हारो नाम गोविंद है, उमर पचहत्तर बरस। मोने इसोफेगस (गले) में कैंसर हो गयो। डॉक्टर लोग कह दियो कि अब उम्मीद थोड़ाई बची है। घरवाले सब घबरा गिया, मन में बहुत डर लाग्या। फेर हम ‘ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान’ पहुँचे। गुरुजी मोने ढांढस बंधायो – ‘चिंता मत करो, सब बढ़िया होसी।’ बस उन बातां सुनके भरोसो जाग गयो।आज गौ माता री कृपा अण गुरुजी री सेवासू, मैं बिलकुल ठीक-ठाक हूँ। ई मोने भगवान का चमत्कार लागे है। मैं और मेरो परिवार जीवन भर संस्थान रो आभारी रहसी।
Govind ji

जिंदगी फेर मिली, दर्द सूं आज़ादी मिली”
हिम्मतभाई, मेहसाणा (गुजरात)
“म्हारो नाम हिम्मतभाई छे, उमर 69 वर्ष। मोर मुँह में कैंसर आयो। डॉक्टरों कहयो कि ऑपरेशन, कीमो-रेडिएशन जरूरी छे… सुनकार तो मन गहिरे डर लाग्यो।
घरवाले सब घबरा गया। मोय लाग्यो कि अब जीवन रो अंत करीब छे। फेर हम ‘ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान’ पहुँचलो।
गुरुजी री सेवा आ गौ माता री कृपा सूं, आज मोय पूरी तरह स्वस्थ छू। ना दर्द, ना तकलीफ। मोर परिवार आ मोय जीवन भर संस्थान के आभारी रहिशु। ई सचमुच मोर जीवन रो चमत्कार छे।
Himmatbhai ji

जहाँ डर ने थाम लिया था, वहाँ उम्मीद ने रास्ता दिखाया”
जसवंत जी, जोधपुर (राजस्थान)
“म्हारो नाम जसवंत है, उमर 68 साल। मोरे प्रोस्टेट में कैंसर हो गया। डॉक्टरों ने ऑपरेशन और कीमो की सलाह दी। सुनकर मन में डर बैठ गयो और लग्यो कि अब शायद जिंदगी थम जाए।
पर फिर हम ‘ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान’ पहुँचे। गुरुजी की देखभाल और गौ माता की कृपा से आज मैं पूरी तरह स्वस्थ हूँ। अब न दर्द है, न डर।
ई अनुभव हमरे जीवन का सबसे बड़ा तोहफा है। मैं और मोर परिवार सदा संस्थान के आभारी रहेंगे।”
Jaswant Ji

“आठवणींच्या सावल्यामध्ये सापडले जीवनाचे नवे रंग”
सुंदर खोपडे, रायगड (महाराष्ट्र)
“माझं नाव सुंदर खोपडे आहे, वय 74 वर्षं. मला कॉलन कॅन्सर झाला होता. डॉक्टरांनी ऑपरेशन आणि कीमोथेरपीची सूचना दिली होती. त्यावेळी मन खूप खचलं होतं, समजत नव्हतं की पुढे काय करावं.
तरीही मी हार मानली नाही आणि ‘ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान’मध्ये उपचार घेण्यास ठरवलं.
गुरुजींच्या मार्गदर्शनाने आणि गौमातेच्या कृपेने आज मी पूर्णपणे निरोगी आहे. आता मला पूर्वीचा जसा त्रास आणि वेदना नव्हे, तसा काहीच अनुभव नाही.
ही संधी मला जीवनात नवे उमेद आणि उर्जा देणारी ठरली. माझं मनभर आभार संस्थानाला व्यक्त करतो.
Sunder Khopade Ji

विश्वास आणि आशेने दिलं नवजीवन”
मनीषा शिंदे, महाराष्ट्र
“माझं नाव मनीषा शिंदे आहे. मला ब्रेस्ट कॅन्सर झाला होता आणि त्या काळात मी खूप घाबरलेली आणि चिंताग्रस्त होते. डॉक्टरांनी ऑपरेशन आणि केमोथेरपीची सूचना दिली होती, पण मनात अनेक शंका आणि भीती होती.
त्यावेळी मी ‘ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान’मध्ये उपचार घेण्याचा निर्णय घेतला. गुरुजींच्या मार्गदर्शनाने आणि गौ मातांच्या कृपेने मला मोठी आशा आणि आत्मविश्वास मिळाला.
आज मी पूर्णपणे निरोगी आहे. आता मला पुन्हा ऊर्जा, आनंद आणि जीवनात नव्याने सुरुवात करण्याची उमेद आहे. ह्या अनुभवाने मला शिकवले की, विश्वास आणि योग्य उपचारांमुळे कोणत्याही कठीण परिस्थितीवर मात करता येते.
मी जीवनभर संस्थानाची आभारी राहीन.”
Manisha ji

चौथा दिन सूं फरक – आज पूरी तरह निरोगी”
ककू देवी (माटकी बाई), पाली (राजस्थान)
“म्हारो नाम ककू देवी है। मोर सर्विक्स में कैंसर हो गयो थो। डॉक्टरां बोल्या कि ऑपरेशन या थेरपी करणी पड़ेगी, पण मंहे तो मरणो कबूल हैतो बाकि ऑपरेशन तो कोण कराऊं
जण मु ‘ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान’ पुगी, गुरुजी री सेवा आ आश्वासन सूं चौथा दिन ही फरक पड़्यो। आज मु हावल हु
दवा भी बंद है, ना ऑपरेशन करावणो पड़्यो, ना थेरपी हुई। कदी कदी मात्र गुरुजी सूं मिलन जाऊँ, बाकि अब रोज़को कामकाज नी तरह चालू है।
गौ माता ने गुरुजी री कृपा सूं मोरो जीवन फेर जिंदा हो गयो। ई अनुभव मोर परिवार आ म्हारे लिए साचो चमत्कार है।
Kaku Devi Ji

A New Lease on Life”
Indu Verma, Uttarakhand
“My name is Indu Verma, and I was diagnosed with lymphoma, a form of blood cancer. When I first heard the news, I felt completely overwhelmed and scared. The doctors suggested aggressive treatments, and I didn’t know how I would manage it.
Then I came to Jyotirmay Go Amrit Seva Sansthan. The guidance and care I received here, along with the blessings of Gau Mata, gave me hope and strength.
Today, I am completely healthy and living life with renewed energy and happiness. This journey has taught me that with faith, proper treatment, and perseverance, even the toughest challenges can be overcome.
I will always be grateful to the institution for giving me a second chance at life.