पंचगव्य थेरेपी से सभी प्रकार के कैंसर में बेहतरीन परिणाम

  • बिना सर्जरी
  • बिना कीमो एवं रेडिओ थेरेपी
  • दर्द का इलाज़
  • प्राकृतिक इम्यूनोथेरेपी द्वारा
  • दर्द रहित चिकित्सा
पंचगव्य थेरेपी सभी प्रकार के कैंसर में बेहतरीन परिणाम

प्रमुख कैंसर के प्रकार – ब्लड कैंसर, गले का कैंसर, मुंह का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, लंग कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर, ब्लैडर कैंसर, लिवर कैंसर, बोन कैंसर, पेट का कैंसर होते हैं.

Panchgavya Immunotherapy

पंचगव्य, जिसे हिंदी में “पांच गौव्य” के रूप में भी जाना जाता है, विभिन्न गौ-सामग्री का मिश्रण होता है जिसे गाय से प्राप्त किया जाता है। पंचगव्य का उपयोग हिंदू धर्म में चिकित्सा, धार्मिक अनुष्ठान और शुद्धिकरण के लिए एक पुरानी परंपरा है। पंचगव्य में पांच प्रमुख तत्व होते हैं:

  1. गोमूत्र (गौ मूत्र): गाय के मूत्र से प्राप्त किया जाने वाला उपादान है। इसे आयुर्वेद में औषधीय गुणों के कारण महत्वपूर्ण माना जाता है।

  2. गोमय (गौ मय): गौ मय गाय के गोबर को कहा जाता है। यह शुद्धिकरण और धर्मिक उपयोग के लिए प्रयोग होता है, जैसे अग्निकुंड में इसका उपयोग यज्ञ में होता है।

  3. दही (गौ मद): गाय के दूध से बनाया गया दही भी पंचगव्य में शामिल होता है। यह धार्मिक उपयोग के लिए उपयोग होता है और आहार में भी इस्तेमाल किया जाता है।

  4. घृत (गौ घृत): गाय के दूध से निकाला गया घी भी पंचगव्य का एक अंग है। यह आयुर्वेद में औषधीय और शरीर को धार्मिक उपयोग के लिए उपयोग होता है।

  5. गौमय अर्क (गौमूत्र अर्क): गौमूत्र अर्क गोमूत्र को संशोधित करके बनाया जाता है। यह उपासना, शुद्धिकरण, और औषधीय उपयोग के लिए प्रयोग होता है।

पंचगव्य को हिंदू संस्कृति में पवित्र और महत्वपूर्ण माना जाता है और इसका उपयोग विभिन्न रूपों में किया जाता है, जैसे आहार, धार्मिक आयोजन, उपचार, औषधीय प्रयोग, और अन्य क्षेत्रों में। हालांकि, कृपया ध्यान दें कि इसके वैज्ञानिक प्रमाणों का अभाव है और इसे वैदिक साहित्य और परंपरागत मान्यताओं के आधार पर मान्यता दी जाती है।

Herbal Therapy

Panchgavya Therapy

Diet Nutrition

  1. Milk: Cow’s milk is considered a complete food in Ayurveda and is highly regarded for its nourishing properties. 

  2. Ghee (Clarified Butter): Ghee, derived from cow’s milk, is widely used in Ayurveda for its therapeutic properties. 

  3. Cow Urine (Gomutra): Gomutra is highly valued in Ayurveda for its therapeutic potential. It is believed to have antimicrobial, detoxifying, and immune-enhancing properties.

  4. Cow Dung (Gomaya): Cow dung is considered a purifying substance in Ayurveda. 

  5. Panchagavya: Panchagavya is a concoction made from a combination of cow products, including milk, ghee, curd, urine, and dung.

Types Of Cancer

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मैं मांगीलाल सुजानगढ़ का रहने वाला हू ।मुझे गले में कैंसर था। कई सारे हॉस्पिटल में मैं गया अपने इलाज के लिए लेकिन सभी ने ऑपरेशन की ही सलाह दी और उसके बाद रेडिएशन के लिए कहा लेकिन ज्योतिर्मय गो अमृत सेवा संस्थान से मैंने दवाइयां खाई और आज मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं मुझे अब कैंसर भी नहीं है मेरी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी और बिना ऑपरेशन के मैं आज संस्थान की वजह से बिल्कुल ठीक हूं

Mangilal Ji

मैं देवी गोस्वामी नारलाई पाली राजस्थान से हूं मुझे पेट के निचले भाग में बहुत दर्द था और पीरियड में ब्लीडिंग भी बहुत ज्यादा होती थी रिपोर्ट में आया था कि मेरी बच्चेदानी में गांठे है इसका मुझे ऑपरेशन करवाना ही पड़ेगा पर मैं ऑपरेशन नहीं करवाना चाहती थी और मुझे ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान की जानकारी मेरे एक मित्र ने दी और वहां से मैंने सिर्फ 3 महीने अपना इलाज करवाया पहले ही महीने में दर्द में भी आराम हो गया और पीरियड वाली समस्या भी ठीक हो गई और 3 महीने बाद में पूरी तरह से मैं ठीक हो चुकी हूं अपने घर का भी सभी काम कर लेती हूं और पीरियड में भी दर्द नहीं होता है

Devi Ji

मैं राजवती दिल्ली में रहती हूं मुझे सार्कोमा कैंसर था जिसके लिए मुझे कीमोथेरेपी लेने के लिए कहा था और यह भी बोला था कि इसके अलावा कोई इलाज नहीं है अगर समय पर कीमोथेरेपी नहीं लिया तो दिक्कतें बढ़ेगी पर मैं कीमोथेरेपी नहीं लेना चाहती थी फिर मैं ज्योतिर्मय गौमृत सेवा संस्थान से दवाइयां लेकर आई और मात्र 6 महीने में आज मैं पूरी तरह से ठीक हूं स्वस्थ हूं और मुझे कोई परेशानी भी नहीं है

Rajvati Ji

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Frequently Asked Questions

जी हाँ,बिल्कुल सम्भव है। संस्थान में आने वाले 80 से 90% पेशेंट 3rd व 4th स्टेज कैंसर के है जिसमे पंचगव्य इममुनोथेरप्य से बहुत ही बेहतरीन परिणाम मिले हैं।

नहीं, क्योंकि दवा पूरी तरह से प्राकृतिक है और गोमूत्र और शुद्ध हर्बल अर्क से बनी है, इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं। औषधियों में किसी भी प्रकार का कोई केमिकल, स्टेरॉइड्स व Preservatives का प्रयोग नही होता है।

हां, इसे कैंसर दवाओं के गुणों को बढ़ाने के लिए यू.एस. पेटेंट प्राप्त हुआ है। कीमोथेरेपी के साथ इस थेरेपी को लेने से भी यह साबित होता है कि कीमोथेरेपी के दुष्प्रभावों को काफी हद तक कम करने में मदद मिलती है। आप इन औषधियों का सेवन निश्चिंत होकर कर सकते है।

आप कर सकते हैं, लेकिन जरूरी नहीं है क्योंकि हमारी चिकित्सा में 100-150 विभिन्न प्रकार की जड़ी-बूटियां शामिल हैं। इसी से आपको बहुत ही बेहतरीन परिणाम मिल जाएगा।

हां, यह भूख बढ़ाने में मदद करता है। आपका भोजन भी आपकी औषधि के रूप में काम करता है।

जी हां, यह हीमोग्लोबिन भी बढ़ाता है। साथ ही साथ आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता हैे|

हाँ, यह वजन घटाने को रोकने में मदद करता है और वजन बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। कैंसर पेशेंट का वजन गिरने से रोकना बहुत ही ज़्यादा ज़रूरी होती है जिससे कि उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर भी कोई प्रभाव न पड़ेे|

जी नहीं। संस्थान बिल्कुल लागत मूल्य पर ही चिकित्सा करता है|

हां, घर पर उपचार किया जा सकता है, अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है। यह अस्पताल के खर्च और अन्य झंझटों से बचाता है|

रोगी को पाली केंद्र पर आने की आवश्यकता नहीं है, रोगी की रिपोर्ट लक्षणों और शिकायतों को व्हाट्सअप पर जानकारी दें रोगी के परिवार के सदस्य रोगी की रिपोर्ट और अन्य विवरण के साथ केंद्र पर जाने का विकल्प भी चुन सकते हैं, जिसके आधार पर उचित उपचार का सुझाव दिया जाएगा|

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